माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA)को 2015 में लॉन्च किया गया तो इसे ऐसी अभिनव योजना के तौर पर पेश किया गया जो छोटे या नए कारोबारियों को आसान शर्तों पर कर्ज दिलाने में मददगार साबित होगी, लेकिन चार साल बीतने के बाद यह योजना अपने मूल मकसद से चूकी नजर आती है.